“Sankat Nashan Ganesh Stotram Lyrics in Hindi English Marathi PDF” यह सिर्फ एक श्लोक नहीं, बल्कि आस्था, विश्वास और आध्यात्मिक ऊर्जा का संगम है। जब जीवन में संकट आता है, तो भगवान गणेश का यह स्तोत्र व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से बाहर निकालता है। आज हम आपको इस अद्भुत स्तोत्र के बारे में हर वह बात बताएंगे जो आपके जीवन को बदल सकती है। साथ ही आप इसके PDF स्वरूप में तीनों भाषाओं – हिंदी, मराठी और इंग्लिश में डाउनलोड भी कर पाएंगे।
Sankat Nashan Ganesh Stotram – मूलभूत जानकारी (Basic Information)
- स्तोत्र का नाम: संकट नाशन गणेश स्तोत्र
- रचयिता: नारद मुनि
- भाषा: मूलतः संस्कृत, परंतु आज हिंदी, इंग्लिश, मराठी आदि में उपलब्ध
- मुख्य उद्देश्य: जीवन के सभी संकटों से मुक्ति प्राप्त करना
- संपूर्ण पाठ: कुल 12 श्लोक
- पाठ का समय: प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद या बुधवार को विशेष रूप से

संक्षेप में – संकट नाशन गणेश स्तोत्र क्या है?
संकट नाशन गणेश स्तोत्र एक चमत्कारी स्तोत्र है जो नारद मुनि ने भगवान गणेश की स्तुति में लिखा था। इस स्तोत्र में गणेश जी के १२ नामों का वर्णन किया गया है, जो जीवन से हर संकट को दूर करने की शक्ति रखते हैं।
Sankat Nashan Ganesh Stotram Lyrics in Hindi
॥ संकट नाशन गणेश स्तोत्र ॥
नारद उवाच –
प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम ।
भक्तावासं: स्मरैनित्यंमायु:कामार्थसिद्धये ॥1॥प्रथमं वक्रतुंडंच एकदंतं द्वितीयकम ।
तृतीयं कृष्णं पिङा्क्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम ॥2॥
लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च ।
सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्ण तथाष्टकम् ॥3॥
नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम ।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम ॥4॥
द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्य य: पठेन्नर: ।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वासिद्धिकरं प्रभो ॥5॥
विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान् मोक्षार्थी लभते गतिम् ॥6॥
जपेद्वगणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासै: फलं लभेत् ।
संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशय: ॥7॥
अष्टभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वां य: समर्पयेत ।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादत: ॥8॥
॥ इति श्रीनारदपुराणे संकष्टनाशनं गणेशस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
Sankat Nashan Ganesh Stotram – English
Sankat Nashan Ganesh Stotram pdf
स्तोत्र पढ़ने का सही समय
- गुरुवार को पढ़ना सबसे शुभ माना जाता है।
- चतुर्थी के दिन पढ़ने से भगवान गणेश विशेष कृपा देते हैं।
- सुबह सूरज उगने के बाद या शाम को दीपक जलाकर पढ़ें।
- मन एकाग्र हो, शांति से पढ़ें, इससे ज्यादा लाभ मिलता है।
इसके पाठ के फायदे
- जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं।
- घर में शांति और सुख-समृद्धि आती है।
- पढ़ाई करने वालों को सफलता मिलती है।
- आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- मानसिक तनाव दूर होता है।
- मन को शक्ति, विश्वास और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q.1 संकट नाशन गणेश स्तोत्र किसने लिखा है?
नारद मुनि ने भगवान गणेश की स्तुति में लिखा है।
Q.2 क्या ये स्तोत्र रोज पढ़ सकते हैं?
हां, रोज पढ़ सकते हैं, खासकर गुरुवार और चतुर्थी को।
Q.3 इसे किस भाषा में पढ़ना सबसे अच्छा है?
आपकी श्रद्धा जिस भाषा में हो, उसी में पढ़िए – असर एक जैसा होता है।
Q.4 क्या इसका PDF मिल सकता है?
हां, ऊपर दिए गए लिंक से PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
Q.5 कितनी बार पढ़ना चाहिए?
अगर रोज नहीं पढ़ सकते तो हफ्ते में कम से कम एक बार जरूर पढ़ें।
Sankat Nashan Ganesh Stotram lyrics in hindi english marathi pdf सिर्फ एक स्तोत्र नहीं है, ये भगवान गणेश का आशीर्वाद है। ये पाठ करने से न सिर्फ समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि मन को असीम शांति मिलती है। यह लेख उन सभी भक्तों के लिए है जो संकटों से लड़कर जीवन को बेहतर बनाना चाहते हैं।
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भगवान गणेश की कृपा आप पर बनी रहे।
PDF डाउनलोड लिंक (Hindi | English | Marathi)
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